इंदौर के भंवरकुआं चौराहा अब ‘द नायक टंट्या भील’ के नाम से जाना जाएगा। इसके अलावा एमआर 10 पर बन रहे आईएसबीटी इंटर स्टेट बस स्टैंड का नाम भी बदलकर ‘टंट्या मामा’ होगा। यह घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को मंडला में की। वह जनजातीय गौरव सप्ताह के समापन अवसर पर यहां पहुंचे थे। यह बस स्टैंड 61 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा है। इससे पहले इंदौर के समीप पातालपानी रेलवे स्टेशन का नाम भी ‘टंट्या मामा’ के नाम से रखने की घोषणा सीएम शिवराज सिंह चौहान कर चुके हैं।
4 दिसंबर को पातालपानी जाएंगे मुख्यमंत्री
टंट्या भील के शहीद दिवस पर 4 दिसंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पातालपानी जाएंगे। वे वहां पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस अवसर पर खंडवा जिले की पंधाना तहसील के ग्राम बोरदा से एक मिट्टी का कलश लेकर यात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा पातालपानी तक की होगी। कलश यात्रा 4 दिसंबर को पातालपानी पहुंचेगी, जहां बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मिट्टी कलश को रखा जाएगा।
एजुकेशन हब का रूप ले रहा भंवरकुआ चौराहा
वर्तमान में इंदौर को एजुकेशन हब के नाम से भी जाना जाता है। शहर में सबसे ज्यादा कोचिंग क्लासेस वह प्रतियोगी एग्जाम की तैयारी कराने वाली शिक्षण संस्थाएं इसी इलाके में हैं।भंवरकुआं चौराहे के समीप दो बड़े कॉलेज, जिसमें एक आर्ट एंड कॉमर्स व होलकर साइंस कॉलेज भी बने हैं। वहीं, खंडवा रोड स्थित देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी का बड़ा कैंपस है। इसमें कई अलग-अलग कोर्स यूनिवर्सिटी द्वारा प्रदान किए जाते हैं।
ISBT इंटरस्टेट बस स्टेशन पर मिलेंगी यह सुविधाएं
एमआर-10 पर कुमेड़ी में 61 करोड़ की लागत से 25 एकड़ में बस स्टैंड का काम शुरू हुआ था। जानकारों के मुताबिक आईएसबीटी की बिल्डिंग में एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी। 1500 बसों के लिए अलग-अलग व्यवस्था होगी। पास में ही मेट्रो स्टेशन से सीधी कनेक्टिविटी होगी, ताकि लोग सीधे मेट्रो ट्रेन से उतरकर बस ले सकें। बिल्डिंग में 35 दुकानें, 5 रेस्त्रां रहेंगे व 80 हजार यात्रियों के आवागमन को देखते हुए पुख्ता इंतजाम होंगे।
यहां एक साथ 28 बसों के निकलने और 10 बसों की एंट्री के लिए अलग-अलग व्यवस्था होगी। अहम बात ये है कि मेट्रो ट्रेन की डिजाइन इस तरह हो गई है कि अब मेट्रो आईएसबीटी के ठीक पास से ही गुजरेगी। इससे बाहर से आने वाले यात्री आईएसबीटी पर उतरकर मेट्रो से गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। आईएसबीटी कैंपस में 40 अतिरिक्त बसों की पार्किंग और रेलवे ट्रैक के पास 100 बसों की पार्किंग की व्यवस्था अलग से रहेगी। बिल्डिंग में 35 दुकानें, 5 रेस्त्रां बनेंगे, जबकि 80 हजार यात्रियों के आवागमन को देखते हुए पुख्ता इंतजाम रहेंगे। आईएसबीटी तक आवाजाही के लिए मास्टर प्लान की 75 मीटर चौड़ी रोड भी बना रहे हैं। 1.5 किमी लंबी ये सड़क एमआर-4 से जुड़ेगी।
यात्रियों को मिलेगी लॉन्ग टर्म पार्किंग की व्यवस्था
आईएसबीटी में ग्राउंड, फर्स्ट और बेसमेंट फ्लोर होंगे। बेसमेंट में 315 कारों की पार्किंग की जाएगी। साथ ही, 315 कार टैक्सी व ऑटो के लिए और 650 टू-व्हीलर पार्किंग होगी। लॉन्ग टर्म पार्किंग की व्यवस्था भी होगी, ताकि लोग कुछ दिनों तक गाड़ियां पार्क कर सफर पर जा सकें। पूरा परिसर ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर होगा और एयर कूल्ड होगा, जिसमें 26 डिग्री का तापमान मेंटेन किया जाएगा।
एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं, टिकट काउंटर 280 लोगों के लिए, एक बूथ पर 20 सीट
इनक्वायरी और इनफार्मेशन काउंटर अलग होंगे। वेटिंग हॉल, मेडिकल इमरजेंसी, पुलिस कंट्रोल रूम होगा। क्लॉक रूम और स्टोर। पब्लिक टॉयलेट और पीने का पानी। वीआईपी लाउंज। महिलाओं का अलग लाउंज होगा।