एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि ।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि ॥
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को बुद्धि, विवेक और धन-धान्य के देवता श्रीगणेश जी के जन्मोत्सव की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
हाथी के मुख वाले, भूत – गणों के द्वारा सेवित, कैथ एवं जामुन का चाव से भक्षण करने वाले, शोक ( दुःख या कष्ट ) के नाशकर्ता, उमा – पुत्र का मैं नमन करता हूं, विघ्नों के नियंता श्री गणेश के चरण – कमलों के प्रति मेरा प्रणमन।