विजय नगर स्कीम नंबर-54 में रहने वाले रवीश पुत्र अनिल सोनी ने गुरुवार को डीआइजी हरिनारायणाचारी मिश्र को आवेदन देकर धोखाधड़ी की शिकायत की है। रवीश ने रणजीत हनुमान मंदिर रोड स्थित ज्वेलर्स संचालक पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने सोने के कड़े बनवाए थे, जिसमें ज्वेलर्स ने सोने का वजन बढ़ाने के लिए सोने के कड़े के अंदर चांदी के तार डाल दिए। कई बार इस बारे में जानकारी दी लेकिन उन्होंने न तो रुपये दिए और न ही सोना वापस किया। आवेदन में उन्होंने गुहार लगाई है कि ज्वेलर्स संचालक पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया जाए।
रवीश ने बताया कि वे भी सोने का कामकाज देखते हैं। उन्होंने ज्वेलर्स संचालक से 2015 में परिवार के लिए 151 ग्राम 830 मिलीग्राम सोना कड़े बनवाने के लिए दिया था, जो बहुत कम निकला। उन्होंने 22 कैरेट का सोना दिया था, जब जांच की तो 18 कैरेट ही निकला। ज्वेलर्स संचालक दोनों भाई ने कड़े बनवाने की आठ टंच की मजदूरी ली थी। कड़े की डिलीवरी संचालक के भाई ने विजय नगर स्थित दुकान पर दी थी। दिसंबर 2019 में अचानक रुपयों की जरूरत पड़ने पर कड़े गलवाने के लिए काटे तो देखकर अवाक रह गया क्योंकि उन्होंने सोने के वजन के हिसाब से संचालक को पक्का सोना दिया था, लेकिन उन्होंने वजन बढ़ाने के लिए अंदर चांदी के तार डाल दिए। यह बात ज्वेलर्स संचालक को भी बताई तो उन्होंने अपनी दुकान पर बुलाया। संचालक ने कहा कि वे जितना सोना कम है उस हिसाब से सोना वापस कर देंगे।
सराफा जाकर फरियादी के भाई को बिल दिया और कड़े गलवाए और सोने की शुद्धता की जांच की तो वह खराब निकला। इस पर ज्वेलर्स ने गला हुआ सोना लिया और भाई से कहा कि तुम बचा हुआ सोना ले जाना। इसके बाद कई बार ज्वेलर्स संचालक के पास बचा हुआ सोना लेने गए लेकिन उन्होंने हर बार टाल दिया। कुछ दिन बाद लॉकडाउन लग गया। लॉकडाउन खत्म होने के बाद ज्वेलर्स दोनों भाई बहानेबाजी करने लगे। कहा कि कारीगर सोना ले गया है, एक महीने बाद वापस करूंगा। फरियादी ने अब जाकर पुलिस की शरण ली। पुलिस इस मामले की जांच करेगी।