“अगले सात दिन तय करेंगे इंदौर ‘अनलॉक’ रहेगा या नहीं”

इंदौर। लॉकडाउन 1.0 शुरूवात होने के साथ ही अब शहर और शहरवासियों की सेहत की चाबी उनके खुद के हाथ में है। यदि उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए तय नियमों का पालन नहीं किया तो अगले सात दिन में इसका असर सामने आ सकता है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की नजर अगले सात दिन इस पर है कि छूट देने पर संक्रमण बढ़ता है, स्थिर रहता है या फिर घटता है। इसके आधार पर ही जून और जुलाई में आने वाले पीक की रणनीति तय होगी।

मारोठिया में बिना अनुमति खुल गईं दुकानें

कोरोना से अतिसंक्रमित मध्य क्षेत्र में स्थित मारोठिया बाजार में दुकानें खोलने की अनुमति नहीं हैं, लेकिन सोमवार को यहां कई दुकानें खुल गईं। कलेक्टर मनीष सिंह को इसकी शिकायत मिली तो उन्होंने तुरंत एडीएम और अन्य अधिकारियों की टीम मारोठिया बाजार भेजी। कलेक्टर ने बताया कि टीम पहुंची, लेकिन दुकानें बंद मिलीं। दुकानें खुली मिलतीं और वहां ग्राहक मिलते तो हम उन दुकानों को सील कर देते, इसीलिए टीम भेजी गई थी

फेरी लगाने के बजाय दुकान लगाकर बैठ गए

मध्य क्षेत्र को छोड़कर शहर के हर इलाके में छोटे सब्जी और फल व्यापारी अपनी दुकान लगाकर बैठे देखे गए। जबकि नियमानुसार सब्जी और फल वालों को ठेले पर कॉलोनियों में जाकर फेरी लगाने की अनुमति दी गई है। वे अपनी दुकानें नहीं लगा सकते हैं।

बैंकों में ज्यादा नियम तोड़े

शहरवासी शारीरिक दूरी की जरूरत को अभी भी गंभीरता से नहीं समझ पा रहे हैं। सोमवार को बैंकों में सबसे ज्यादा नियम टूटते हुए देखे गए। रानीपुरा, चंदननगर, खजराना के बाद मल्हारगंज और नेहरू नगर जैसे इलाके में कोरोना संक्रमण सिर्फ इसलिए तेजी से फैला क्योंकि यहां लॉकडाउन का पालन नहीं किया गया। पहले जनता को इसे समझना होगा। जो लोग शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं, तकलीफ उन्हीं को होगी।

मरीज मिलने की दर अब भी राष्ट्रीय दर से दोगुनी

सोमवार शाम तक देश में कोरोना के 1 लाख 91 हजार 605 मरीज मिले हैं। इसके लिए 38 लाख 40 हजार सैंपलों की जांच की गई। यानी हर 100 सैंपलों में से पांच पॉजिटिव मिल रहे हैं। इंदौर में यह दर राष्ट्रीय दर से लगभग दोगुना है। शहर में 36 हजार 635 सैंपलों की जांच में 3539 सैंपल पॉजिटिव मिले हैं। यानी हर 100 सैंपलों की जांच में दस पॉजिटिव मिल रहे हैं। 8 से 14 मई के बीच हुई सैंपलिंग की तरह ही करनी होगी तैयारी कोरोना संक्रमण की रोकथाम में लगी टीम का कहना है कि लॉकडाउन में छूट के दौरान शहर में संक्रमण दर की स्थिति पता लगाने के लिए बड़े पैमाने पर सैंपलिंग जरूरी है। जिस तरह से 8 से 14 मई वाले सप्ताह में 5004 सैंपल कलेक्ट किए गए। इनमें 214 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई। सैंपलिंग की संख्या बढ़ाई गई और बड़े पैमाने पर पॉजिटिव मरीज सामने आए।

तेजी की वजह से संक्रमित व्यक्तियों को चिन्हित कर तुरंत इलाज कर दिया गया। इससे रिकवरी दर में काफी सुधार हुआ।


Unlock 1.0 in Indore : इंदौर। लॉकडाउन 1.0 शुरू होने के साथ ही अब शहर और शहरवासियों की सेहत की चाबी उनके खुद के हाथ में है। यदि उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए तय नियमों का पालन नहीं किया तो अगले सात दिन में इसका असर सामने आ सकता है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की नजर अगले सात दिन इस पर है कि छूट देने पर संक्रमण बढ़ता है, स्थिर रहता है या फिर घटता है। इसके आधार पर ही जून और जुलाई में आने वाले पीक की रणनीति तय होगी।

अच्छी बात : सेहत के लिए मॉर्निंग वॉक कर रहे लोग

लॉकडाउन में मिली छूट का कुछ लोग सदुपयोग भी कर रहे हैं। सोमवार को लोग मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। यह देखकर अच्छा लगा कि लोग सेहत के प्रति जागरूक हुए। शहर में भी लॉकडाउन में छूट की खुशी कई लोगों के चेहरे पर नजर आई।

लॉकडाउन में जनता की सुविधा को देखते हुए व्यापार-व्यवसाय की छूट तो दी गई है, लेकिन जो लोग नियमों का पालन नहीं करेंगे तो इसे वापस भी लिया जा सकता है। जो लोग बिना अनुमति दुकान खोल रहे हैं, उनका लाइसेंस भी निरस्त करेंगे। व्यवसाय से पहले हमें कोरोना संक्रमण रोकने के बारे में सोचना है। -मनीष सिंह, कलेक्टर

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