बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर शिप्रा नदी के रामघाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। देश भर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर शिप्रा नदी में डुबकी लगाने पहुंचे। श्रद्धालुओं ने यहां स्नान कर दान पुण्य भी किया।
पंडित राजेश जोशी ने बताया कि, कार्तिक मास में आने वाली पूर्णिमा का महत्व अधिक होता है। देव उठनी ग्यारस से लेकर कार्तिक पूर्णिमा तक देव दिवाली मानाने की परम्परा है। पूर्णिमा को शाम को नदियों पर दीप दान किया जाता है। यम की यातना से मुक्ति पाने के लिए दीप दान की परम्परा है।